किसान ने बैल की मौत पर हिन्दू परंपरा से किया अंतिम संस्कार

बेजुबान जानवर इंसान की भावनाओं को आसानी से समझ लेते हैं. इसलिए वे मनुष्य के मित्र बन जाते हैं. वे इस दोस्ती को आखिरी सांस तक निभाते हैं. ऐसी ही एक घटना जूनागढ़ के विसावदर में भी सामने आई है. विसावदर का एक किसान अपने बैल से बहुत प्यार करता था. यह बैल पिछले 22 सालों से किसान की खेती में मदद कर रहा था. इस प्रकार किसान और बैल के बीच एक अनोखा भावनात्मक रिश्ता बन गया था. इसलिए जब यह बैल मर जाता है, तो किसान उसके अंतिम संस्कार समेत सभी अनुष्ठान करता है.(आशिष परमार/ जूनागढ़)

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