virtual school: एक सरकारी स्‍कूल ऐसा भी… पूरे द‍िन नहीं, स‍िर्फ 2 घंटे होती है क्‍लास और उसके बाद… जानें पढ़ाई का पूरा सिस्‍टम

नई दिल्ली: एक छात्र जो पूरी तरह से स्कूल जाने में सक्षम नहीं है और वह छात्र जो अपनी पारिवारिक आय बढ़ाने के लिए पर‍िजनों के साथ काम करता है. वह छात्र जो खेल-कूद या क‍िसी अन्‍य चीज में रुची रखते हैं. इन सभी के लिए दिल्ली मॉडल वर्चुअल स्कूल (डीएमवीएस) वरदान साबित हो रहा है. यह स्कूल सुनिश्चित करता है कि पारिवारिक जि‍म्मेदारियां पूरी करने या अपने सपनों को पूरा करने के दौरान भी उन्हें शिक्षा भी मिलती रहे. अपनी तरह का अनूठा वर्चुअल स्कूल डीएमवीएस 2022 में दिल्ली सरकार द्वारा शुरू किए गए विशिष्ट उत्कृष्टता स्कूलों का हिस्सा है.

दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन का यह स्कूल अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रोग्राम का पालन करता है. 10वीं कक्षा के छात्रों का पहला बैच अगले साल बोर्ड परीक्षा में शामिल होगा. हर क्‍लास में लगभग 30 छात्र हैं और वर्तमान में कुल मिलाकर 290 छात्र इस स्‍कूल में पढ़ाई कर रहे हैं. सभी छात्रों काचयन एक प्रॉक्टर्ड ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा के जर‍िए हुआ है. आम स्‍कूलों की तरह यह स्‍कूल में भी रोजाना क्‍लास लगती हैं. टीओआई की र‍िपोर्ट के अनुसार, स्‍कूल में क्‍लास सुबह 8.30 बजे शुरू होती हैं और 11.30 बजे तक चलती हैं. 2 घंटे की क्‍लास के बाद छात्रों को बाकी द‍िन अपने अन्‍य कामों या दाय‍ित्‍वों को पूरा करने का मौका मिलता है. बेंगलुरु में रहने वाली 10वीं कक्षा की छात्रा अहोना दास ने बताया क‍ि मैं डीएमवीएस की पहले बैच की छात्रा हूं. मैं नृत्य सीख रही हूं, जो मैं पहले नहीं कर सकती थी क्योंकि मुझे 8 घंटे स्‍कूल में रहना पड़ता था.

इसी तरह, एसटीईएम विशेषज्ञता वाले 11वीं कक्षा के छात्र शिवांशु प्रताप जायसवाल ने कहा कि उनके पास भी अब अन्य कामकाज के ल‍िए समय है. अपनी मां और दो भाई-बहनों के साथ रहने वाले जयसवाल ने कहा क‍ि मैंने एक लाईब्रेरी में दाखिला लिया है और अपने घर के पास एक स्टेडियम में तैरना सीख रहा हूं. मैं एक डॉक्टर बनने की इच्छा रखता हूं और स्कूल मुझे इसके लिए विशिष्ट कोचिंग भी लेता हूं. जयसवाल ने बताया क‍ि उसका घर लखनऊ में एक गांव में है, जहां उनके पिता खेती करते हैं. यह पूछे जाने पर कि उन्होंने नियमित स्कूल के बजाय डीएमवीएस में शामिल होने का फैसला क्यों किया, जयसवाल ने कहा क‍ि मैं जिस सरकारी स्कूल में जा रहा था, वहां कोई साइंस का कोई टीचर नहीं था. मैं डॉक्टर बनना चाहता हूं, इसलिए मैंने उस सरकारी स्‍कूल पर भरोसा नहीं क‍िया और डीएमवीएस स्‍कूल पर भरोसा क‍िया.

लाजपत नगर के शहीद हेमू कलानी सर्वोदय विद्यालय में दो प्रोडक्शन रूम वाले तीन स्टूडियो बनाए गए हैं, जहां से डीएमवीएस स्‍कूल की लाइव कक्षाएं रिकॉर्ड और प्रसारित की जाती हैं. इसका स्कूलनेट नॉलेज पार्टनर है और उसने शिक्षकों को डिजिटल टूल पर ट्रेन‍िंग दी है और पाठ्यक्रम को तैयार करने में भी मदद की है. दिल्ली सरकार के स्कूलों से आए सभी शिक्षकों ने अपनी पुरानी तरीके से पढ़ाने की आदत को छोड़कर नए डिजिटल तरीके से छात्रों को पढ़ना सीख ल‍िया है. इन टीचर्स ने कैमरे के सामने बोलने के लिए खुद को प्रशिक्षित किया है. उन्हें थिएटर प्रोग्रामिंग, ग्रीन क्रोमा तकनीक, सिमुलेशन, गूगल आर्ट का उपयोग और अन्य कौशल में प्रशिक्षण प्रदान किया गया है.

सामाजिक विज्ञान के टीचर मयूर गोला पिछले साल ही डीएमवीएस स्‍कूल में ज्‍वाइन क‍िया है. गोला ने कहा ने कहा क‍ि शुरुआत में यह एक चुनौती थी क्योंकि पैटर्न नया था और हमें नए उपकरणों का उपयोग करना पड़ा. लेकिन जो अब हमें दिलचस्प लगता है वह कई उपकरण हैं, जिनका उपयोग पढ़ाने को दिलचस्प बनाने के लिए किया जा सकता है. उदाहरण के लिए, इतिहास पढ़ाते समय मैं वर्डवॉल जैसे उपकरणों का उपयोग करके पढ़ा सकता हूं. हम कोई चैप्‍टर पढ़ाने के लिए गेमिफिकेशन का भी उपयोग करते हैं. दो दशकों तक एक सरकारी स्कूल में गणित पढ़ाने के बाद ज्योत्सना रमानी 2022 में DMVS में शामिल हो गईं. इतने वर्षों तक पढ़ाने से व्यक्ति एक लय में आ जाता है और यह मेरे आराम क्षेत्र से बाहर आने का एक अवसर है.रमानी ने उत्साहित होकर कहा क‍ि DMVS का मतलब बहुत कुछ पुनः सीखना है, लेकिन मैं इससे खुश हूं. एक टीचर सुशीला ने मुस्कुराते हुए कहा क‍ि बिहार का एक लड़का है जो अपनी स्क्रीन चालू करने से झिझक रहा था क्योंकि वह एक सब्जी की दुकान पर बैठकर अपने पिता की मदद कर रहा था, लेकिन हमने उसे यह कहकर प्रोत्साहित किया कि अपने माता-पिता की मदद करना उसके लिए बहुत अच्छी बात है.

Tags: Arvind kejriwal, Delhi School

Source link

Leave a Comment

Read More

अरूल अशोक अरोरा मित्र मंडल की सांवलिया धाम पैदल यात्रा 4 फरवरी को,सांवलिया सेठ की भव्य झांकी एवं डीजे ढोल नगाड़ों के साथ शोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई मंडफिया धाम के लिए रवाना होगी